इस मार्च पढ़ें कुछ ख़ास किताबें

पेंगुइन बुक्स के उपक्रम हिन्द पॉकेट बुक्स

पेंगुइन बुक्स के उपक्रम हिन्द पॉकेट बुक्स से कुछ बेहद खास किताबें इन दिनों प्रकाशित हुई हैं। जाने-माने भाषाविद् डॉ. सुरेश पंत की पुस्तक 'शब्दों के साथ-साथ' का पाठकों को इंतज़ार था। दाजी की पुस्तक 'द विज़्डम ब्रिज' माता-पिता को एक स्पष्ट और जाँचा-परखा रास्ता दिखाती है ताकि हमारे बच्चे भविष्य का सामना कर सकें।आलोक श्रीवास्तव का ग़ज़ल-संग्रह 'आमीन' नए कलेवर में प्रकाशित हुआ है। देवदत्त पट्टनायक की 'ईडन' यहूदी, ईसाई और इस्लामिक कथाओं पर भारतीय दृष्टि बताती है। 'द लॉस्ट सिम्बॉल', 'डायमंड्स इन द डस्ट', 'गेट जॉब रेडी' और 'कौन हो तुम अजबनी' दिलचस्प किताबें हैं।

शब्दों के साथ-साथ / डॉ. सुरेश पंत

शब्दों के साथ-साथ / डॉ. सुरेश पंत

प्रमुख भाषाविद एवं भाषा विज्ञानी सुरेश पंत कई दशकों से भाषा से सम्बन्धित समस्याओं का समाधान करते आए हैं। सोशल मीडिया और ब्लॉग्स के माध्यम से भी वे समय-समय पर अपने भाषाई ज्ञान को सबके साथ साझा करते रहे हैं। यह पुस्तक उनके आजीवन हिंदी शिक्षण, प्रशिक्षण और उसके अनुप्रयोग से जुड़े अनुभवों का सार है।

हिंदी को बरतते हुए कई बार शब्दों की उत्पत्ति, उनकी वर्तनी, प्रयोग, दो समान शब्दों में अर्थ की भिन्नता, शब्द की विविध अर्थ छटाओं की समझ तथा इसी प्रकार की अनेक समस्याएँ सामने आती हैं। इन्हीं उलझनों को समझने और सुलझाने में आपकी मदद करेगी यह पुस्तक। साथ ही, आप पाएँगे पारम्परिक अर्थ और विविध सन्दर्भों में उनके प्रयोग, प्रचलित अर्थों में सूक्ष्म अन्तर, शब्द के पर्याय और आंचलिक स्वरूपों में उनकी विविधता।

यह पुस्तक हर वर्ग के हिंदी प्रेमी के लिए काम की है; विशेषकर हिंदी शिक्षण, अध्ययन, अनुवाद, मीडिया आदि से जुड़े कर्मियों और प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के लिए व्यवहारिक कोश के समान उपयोगी।

किताब का लिंकhttps://amzn.to/3kUyNCf

द विज़्डम ब्रिज / दाजी

द विज़्डम ब्रिज / दाजी

द विज़्डम ब्रिज में दाजी नौ सिद्धान्तों के बारे में बात करते हैं जो आप पाठकों का, ऐसा जीवन जीने में मार्गदर्शन करते हैं जो आपके बच्चों और प्रियजनों को प्रेरित करता है। ये सिद्धान्त माता-पिताओं, होने वाले माता-पिताओं, दादा-दादियों और केयरगिवर्स के लिए महत्वपूर्ण सन्दर्भ हैं ताकि वे सम्पूर्ण और सुखी ज़िन्दगियों का निर्माण कर सकें। ये न केवल आपकी अपने बच्चों के जीवन को समृद्ध बनाने और जिम्मेदार किशोरों का पालन-पोषण करने में मदद करेंगे, बल्कि एक प्रेरक जीवन जीने और परिवारिक रिश्तों में लचीलापन लाने में भी आपके सहायक होंगे।

हिंदी अनुवाद : रचना भोला 'यामिनी'

किताब का लिंक : https://amzn.to/3Jfgt01

आमीन / आलोक श्रीवास्तव

आमीन / आलोक श्रीवास्तव

आलोक श्रीवास्तव के बहुचर्चित ग़ज़ल-संग्रह 'आमीन' का पेंगुइन से प्रकाशित यह नया कलेवर है। पन्नों के कैनवास पर शब्दों के रंग बिखेरने में माहिर आलोक नए दौर और आमफ़हम ज़बान के शायर हैं। उन्होंने काव्य की हर विधा में निपुणता का परिचय देते हुए कहीं किसी सूफ़ियाना ख़याल को सिर्फ़ एक दोहे में समेट देने के हुनर से रु-ब-रु कराया तो कहीं वे 'अम्मा' और 'बाबूजी' से संजीदा रिश्तों की यादों को विस्तार देते नज़र आए। आधुनिकता के इस बेरुख़े दौर में उनकी रचनाएं रिश्तों के मर्म को समझने और समझाने की विनम्र कोशिश लेकर सामने आईं। आलोचना के प्रतिमान डॉ. नामवर सिंह ने उन्हें 'दुष्यंत कुमार की परम्परा का आलोक' कहा है। 

बाज़ारवादी युग में दरकते इन्सानी रिश्तों पर लिखी आलोक श्रीवास्तव की ग़ज़लें उनके निजी अनुभवों का आईना हैं। ‘आमीन’ की कई रचनाओं में सामाजिक सरोकार के सबूत मिले जिसने आलोक को सहज ही बेदार और प्रगतिशील कवियों की क़तार में ला खड़ा किया-वह क़तार जो हिंदी ग़ज़ल और उर्दू ग़ज़ल की ख़ेमेबंदी से परे सिर्फ़ और सिर्फ़ ग़ज़ल की हिफ़ाज़त कर रही है।

किताब का लिंक : https://amzn.to/3kQZLea

ईडन / देवदत्त पट्टनायक

ईडन / देवदत्त पट्टनायक

ईडन अब्राह्मिक कथाओं में स्वर्ग या ख़ुशियों का बगीचा है। इसे मानवजाति ने उस समय खो दिया जब उसने ईश्वर की आज्ञा का उल्लंघन कर वर्जित फल को खा लिया। हालाँकि ईश्वर के प्रेम को स्वीकार कर और उसके नियमों का पालन कर उसे यह बगीचा फिर से मिल सकता है।

मध्य-पूर्व के देशों में जन्मी 4000 पहले की यह कथा अब दुनिया के हर हिस्से में यहूदी धर्म, ईसाइयत और इस्लाम के रूप में फैल गई है।

ईडन भारतीय दृष्टिकोण से अब्राह्मिक कथाओं के उसी विराट संसार की खोज करती है और पाठकों को फ़रिश्तों, राक्षसों, पैंगबरों, पितृसत्ताओं, न्यायाधीशों और शासकों की रोचक कहानियों से परिचित कराती है।

किताब का लिंक : https://amzn.to/3ZAzwaM

कौन हो तुम अजबनी / नोवोनील चक्रवर्ती

कौन हो तुम अजबनी / नोवोनील चक्रवर्ती

मुंबई में अकेली रहने वाली युवती रिवाना बनर्जी स्वतंत्र ख़्यालों की है। उसके माता-पिता ही नहीं बल्कि उसका बॉयफ्रेंड भी उसे बेहद प्रेम करता है। वह अपने काम में बिजी है, इसलिए उसे दुनियादारी से कोई लेना-देना नहीं। लेकिन उसका जीवन खतरे में है।

कोई उसका पीछा कर रहा है, उसकी हर हरकत पर नजर रख रहा है और उसे अपने शिकंजे में फंसाने में कोशिश कर रहा है।

पहले तो रिवाना को लगा कि उसे हासिल करने की यह किसी जानकार की मूर्खतापूर्ण शरारत है, कोई उससे मज़ाक कर रहा है। उसके साथ रहने वाली उसकी मित्र भी यही मानती है। लेकिन वह यह नहीं जानती कि पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया है। परन्तु पुलिस उसे क्यों पकड़ना चाहती है? आखिर उस सीधी-सी दिखने वाली कमसिन लड़की ने क्या गुनाह किया है?

हिंदी अनुवाद : अनु सिंह चौधरी

किताब का लिंक : https://amzn.to/3ZmsVAJ

द लॉस्ट सिम्बॉल / डैन ब्राउन

द लॉस्ट सिम्बॉल / डैन ब्राउन

अमेरिका के कैपिटॉल बिल्डिंग में हॉर्वर्ड के सिम्बॉलॉजिस्ट रॉबर्ट लैंग्डन सायंकालीन लैक्चर देने जाते हैं तभी अजीबोगरीब घटना घटती है। वहाँ एक पाँच चिह्नों वाली वस्तु मिलती है और लैंग्डन पाते हैं कि वह कोई प्राचीन आमंत्रण है जिसे पाकर अतीत के ज्ञान को हासिल किया जा सकता है। लेकिन इसी बीच जब उनके गुरु का अपहरण हो जाता है, तो उन्हें पता चलता है कि उन्हें छुड़ाने का एक मात्र रास्ता उस आमंत्रण को स्वीकार करना ही है। फिर सीआईए के निर्देश पर वह कई अनदेखी जगहों की यात्रा करते हैं जो उन्हें वाशिंगटन के गुप्त और भयावह इतिहास से रुबरु भी कराता है और उन्हें वहां अजीबोगरीब बातें पता चलती हैं।

क्या लैंग्डन अपने गुरु को छुड़ा पाते हैं? क्या वह प्राचीन ज्ञान को हासिल कर पाते हैं? 

हिंदी अनुवाद : राजेश कुमार झा

किताब का लिंक : https://amzn.to/3yjNzpa

डायमंड्स इन द डस्ट / सौरभ मुखर्जी, रक्षित रंजन व सलिल देसाई

डायमंड्स इन द डस्ट / सौरभ मुखर्जी, रक्षित रंजन व सलिल देसाई

इस पुस्तक में कंपनियों के विश्लेषण की प्रक्रिया को व्यवस्थित और स्पष्ट रूप से समझाया गया है। लेखकगण निवेश के सबसे हानिकारक मिथकों को भी उजागर करते हैं। कुछ समय से भारतीयों को चल-अचल संपत्तियों समेत अपनी बचतों से पर्याप्त रिटर्न मिलने की सम्भावना नहीं रही। कॉर्पोरेट धोखाधड़ी, कमज़ोर व्यापार मॉडल, कम्पनियों द्वारा पूंजी के गलत आवंटन जैसे कई कारणों से काफी नुकसान हुए, जिनका ख़ामियाज़ा भुगता अदूरदर्शी निवेशकों ने, जिनकी बचतें लग गईं दांव पर। अब भारतीय बचतकर्ताओं के पास कौन-से विकल्प बचे हैं जिनमें निवेश और सम्पत्ति का निर्माण मुमकिन हो?

निराशा की इस गर्त में 'डायमंड्स इन द डस्ट' आपको ईमानदार, अच्छी प्रबंधित भारतीय कम्पनियों की पहचान करने के लिए एक सरल और प्रभावी निवेश तकनीक दे रही है, जो निवेशकों के लिए बड़े पैमाने पर रिटर्न उत्पन्न करेगी।

यह एक बेहद ज़रूरी किताब है, जो निवेश पर किसी मैनुअल जैसे काम करेगी और पाठकों को उनके वित्तीय लक्ष्यों को पाने की व्यावहारिक सलाहें देगी।

किताब का लिंक : https://amzn.to/3F0WPCF

गेट जॉब रेडी / वासु रेड्डी

गेट जॉब रेडी / वासु एडा 

आजकल कॉलेज से स्नातक करते ही हर कोई अपने ड्रीम जॉब को पाना चाहता है। लेकिन प्रतिस्पर्धा के इस युग में केवल स्नातक होना ही जरूरी नहीं रह गया है, क्योंकि संस्थान किसी भी नियुक्ति के लिए अनुभव, कौशलता और योग्यता को प्राथमिकता देने लगे हैं। इसीलिए यह पुस्तक छात्रों के लिए एक मार्गदर्शिका की तरह साबित होगी।

यह पुस्तक छात्रों को बताती है कि नौकरी पाने के लिए कार्य अनुभव कैसे प्राप्त करें?

आजकल अनुभव, रोजगार कौशल का पैमाना बन गया है। कॉलेज से नौकरी तक के सफर के बीच अनुभव, कौशलता कैसे प्राप्त करें, यह सब इसमें दिया गया है। इसलिए यह पुस्तक आपको मार्गदर्शन और संसाधन दोनों एक साथ उपलब्ध कराती है।

किताब का लिंक : https://amzn.to/3EVs0PC