भारत के वॉरेन बफे राकेश झुनझुनवाला

राकेश झुनझुनवाला / महेश दत्त शर्मा

भारत के वॉरेन बफे' और 'बुल मार्केट के राजा' के रूप में विख्यात प्रसिद्ध निवेशक एवं बिजनेस मैग्नेट राकेश झुनझुनवाला शेयर और स्टॉक बाजार का सुपरिचित नाम हैं। उनकी संपत्ति लगभग 5.8 अरब डॉलर, लगभग 45 हजार करोड़ रुपए है। यह उन्हें पुश्तैनी नहीं मिली, बल्कि अपनी कर्मठता, सोच, परिश्रम और बुद्धिमत्ता से उन्होंने अर्जित की है। उनका मानना है कि शेयर बाजार में निवेश बहुत सूझ-बूझ और तसल्ली से करनेवाला काम है। बिना जाँचे-परखे अपनी मेहनत की कमाई को कभी भी स्टॉक में न डालें तथा तरह-तरह के फालतू स्टॉक टिप्स के अनुसार निवेश न करें। वे कहते हैं कि निवेश करते समय स्वयं पर भरोसा और विश्वास होना बहुत आवश्यक हे। यह पुस्तक आपको बिग बुल राकेश झुनझुनवाला के सफल जीवन से तो परिचित करवाएगी ही, साथ ही अत्यंत रहस्यमय एवं अनिश्चित स्टॉक मार्केट में सही निवेश करने, कम नुकसान करने और टिके रहने के व्यावहारिक टिप्स भी देगी। शेयर बाजार, निवेश और पूँजी के विषय में बहुत सटीक जानकारी देनेवाली एक शानदार पुस्तक है।

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भारत के शेयर बाजार में कुछ ऐसे निवेशक हैं, जिन्होंने मात्र कुछ हजार रुपए से शुरुआत की थी, लेकिन आज वे भारत के टॉप अमीरों में शामिल हो चुके हैं। इनकी खास बात यह है कि जिस कंपनी में भी ये अपने पैसे निवेश करते हैं, उन कंपनियों के शेयरों में अच्छी कमाई देखी जाती है, यानी अगर इनके निवेश करने के बाद आम निवेशक उस कंपनी में निवेश करता है तो वह भी बेहतर मुनाफा कमा सकता है। आप भी ऐसे लोगों की रणनीति को फॉलो करके लाभ उठा सकते हैं। ऐसे ही एक शख्स हैं ‘राकेश झुनझुनवाला’, जिन्हें ‘भारत का वॉरेन बफे’ कहा जाता है।

राकेश झुनझुनवाला भारत के निवेशक एवं शेयर व्यापारी हैं। ये पेशे से चार्टेड अकाउंटेंट हैं और इनकी कंपनी का नाम रेयर इंटरप्राइजेज है। वह एक प्रमुख निवेशक के तौर पर भी जाने जाते हैं। उन्होंने 1985 में 1,200 रुपए से शेयर बाजार में निवेश की शुरुआत की थी। उन्होंने सबसे पहला शेयर ‘टाटा टी’ का खरीदा था। सन् 1986 में ‘टाटा टी’ के 5,000 शेयर बेचकर उन्होंने 5 लाख रुपए का मुनाफा कमाया था। आज इसी काम के जरिए उनकी नेटवर्थ 15,600 करोड़ रुपए हो गई है। वे भारत के 53वें सबसे अमीर आदमी हैं।

शेयर बाजार के ‘बिग बुल’ और ‘भारत के वॉरेन बफे’ के नाम से प्रसिद्ध राकेश झुनझुनवाला के बारे में कहा जाता है कि वे जिस शेयर में हाथ डालेंगे, वह चढ़ जाएगा।

उनकी टिप्स को भी निवेशक सबसे ऊपर मानते हैं; लेकिन शायद ही किसी को पता हो कि मार्केट में उनका गुरु कौन है। राकेश झुनझुनवाला के अनुसार, अपने गुरु की दी गई शिक्षा की वजह से ही उन्होंने सफलता को छुआ। उनके अनुसार, जिंदगी में उन्हें कई लोगों का साथ मिला, लेकिन सबसे ऊपर वे अपने पिता को मानते हैं।

उनके अनुसार, उनके पहले गुरु उनके पिता हैं। राकेश के अनुसार, पिता ने ही उन्हें जीवन-मूल्यों के बारे में समझाया। उनके पिता ने उन्हें बड़े फैसले लेने में उनकी मदद की। उनका मानना था कि बड़े फैसले लेते वक्त हिचकना नहीं चाहिए। पिता के अलावा उनके दूसरे गुरु राधाकिशन दमानी और रमेश दमानी भी रहे हैं। उन्होंने भी कई मौकों पर उनको गाइड किया। राधाकिशन दमानी का नाम भी देश के चंद रईसों में शुमार है। वे एक अरबपति निवेशक और बिजनेसमैन हैं। ‘डी-मार्ट’ नाम की रिटेल चेन राधाकिशन दमानी की ही है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स के मुताबिक, वे दुनिया के 176वें सबसे अमीर शख्स हैं। 8 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ वे भारत में छठे नंबर पर हैं।

रमेश दमानी बी.ए.सी.ई. के सदस्य हैं। इसके अलावा, उनकी पहचान एक कामयाब निवेशक के तौर पर भी होती है। रमेश दमानी सन् 1989 से शेयर बाजार में काम कर रहे हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि रमेश दमानी ने जब शेयर बाजार में कदम रखा, तब सेंसेक्स 800 के लेवल पर था। वर्ष 1989 के मुकाबले अब यह 55 से 60 गुना चढ़ चुका है। रमेश दमानी को ‘दलाल स्ट्रीट का नवाब’ भी कहा जाता है।

राकेश झुनझुनवाला के गुरुओं की लिस्ट में एक और नाम शामिल है। ये शख्स हैं-कमल काबरा। कमल भी शेयर बाजार के ही एक निवेशक हैं। इसके अलावा राकेश झुनझुनवाला के बचपन का एक दोस्त, जो कम उम्र में ही दुनिया छोड़कर चला गया। उसका नाम ‘राजीव शाह’ था। झुनझुनवाला के मुताबिक, हम 5-6 लोग हमेशा सही करने की सोचते थे। हम लोग कामयाबी के पीछे पागल थे, लेकिन कभी उसे आसान नहीं समझा।

राकेश झुनझुनवाला / महेश दत्त शर्मा

सफलता का मंत्र

राकेश झुनझुनवाला के मुताबिक, वर्ष 1988 में उनकी नेटवर्थ 1 करोड़ रुपए थी, जो 1993 में बढ़कर 200 करोड़ रुपए हो गई। राकेश कहते हैं कि इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं था कि इस रफ्तार से वर्ष 2000 में उनकी नेटवर्थ 800 करोड़ पहुँच गई, बल्कि 2002 में भी उनकी संपत्ति 250 करोड़ रुपए ही रही। उनके मुताबिक, वे अपने पोर्टफोलियो का प्रायः 5 फीसदी डेब्ट इंस्ट्रूमेंट्स में लगाते हैं। उनके मुताबिक, सितंबर 2001 से सितंबर 2003 के बीच उन्होंने अपने पोर्टफोलियो का 40 फीसदी हिस्सा डेब्ट इंस्ट्रूमेंट्स में लगाया।

झुनझुनवाला ने अपनी शुरुआती पढ़ाई मुंबई से पूरी की। उन्होंने अपनी स्नातक डिग्री सिडनीहैम कॉलेज, मुंबई से प्राप्त की। वह एक फिल्म निर्माता भी हैं। वे ‘एपटेक’ और ‘हंगामा डिजिटल मीडिया एंटरटेनमेंट’ के चेयरमैन हैं।

श्रीदेवी की एक फिल्म में पैसे लगाकर शेयर निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने सात गुना कमाई की थी। श्रीदेवी की फिल्म में राकेश झुनझुनवाला और कुछ अन्य निवेशकों ने 11 करोड़ रुपए लगाए थे और फिल्म ने करीब 78 करोड़ रुपए का कारोबार किया था।

आमतौर पर शेयरों में अपने पैसों का निवेश करने के लिए मशहूर निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने श्रीदेवी की फिल्म ‘इंग्लिश विंग्लिश’ में पैसे लगाए थे। उन्हें पहले ही हफ्ते में मोटा मुनाफा भी हुआ था। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि सिर्फ 11 करोड़ की लागत से बनी फिल्म की बॉक्स ऑफिस कमाई 78 करोड़ रुपए रही, यानी फिल्म ने अपने निवेश पर 7 गुना से ज्यादा का रिटर्न दिया था। 133 मिनट की इस फिल्म में आर.के. दमानी और सुनील लुल्ला जैसे उद्योगपतियों के भी पैसे लगे थे। इस फिल्म को निर्देशित किया था गौरी शिंदे ने।

बताते चलें कि राकेश झुनझुनवाला ने ‘इंग्लिश विंग्लिश’ के अलावा वर्ष 2016 में ‘की ऐंड का’ और 2015 में ‘शमिताभ’ में भी पैसे लगाए थे। ‘की ऐंड का’ का बजट 20 करोड़ रुपए का था। इसने 100 करोड़ रुपए की कमाई की थी।

राकेश झुनझुनवाला ने करीब 30 शेयरों में निवेश किया है। उनके निवेश की वैल्यू करीब 15,000 से 16,000 करोड़ रुपए है। उन्होंने फाइनेंशियल सेक्टर में बहुत कम निवेश किया है।

फेडरल बैंक में राकेश झुनझुनवाला की 3.08 प्रतिशत हिस्सेदारी है। उनकी हिस्सेदारी की वैल्यू 320 करोड़ रुपए है। आज की तिथि तक इसमें 40 प्रतिशत का निगेटिव रिटर्न मिला है, जबकि 1 साल में 52 प्रतिशत का रिटर्न मिला है।

एम.सी.एक्स. में राकेश झुनझुनवाला की 3.92 प्रतिशत हिस्सेदारी है। उनकी हिस्सेदारी की वैल्यू 260 करोड़ रुपए है। आज की तिथि तक इसमें 11 प्रतिशत का रिटर्न मिला है, जबकि 1 साल में 51 प्रतिशत का रिटर्न मिला है।

एन.सी.सी. में राकेश झुनझुनवाला की 10.22 प्रतिशत हिस्सेदारी है। उनकी हिस्सेदारी की वैल्यू 190 करोड़ रुपए है। आज की तिथि तक इसमें 45 प्रतिशत का निगेटिव रिटर्न मिला है, जबकि 1 साल में 68 प्रतिशत का रिटर्न मिला है।

टाइटन कंपनी में राकेश झुनझुनवाला की 5.53 प्रतिशत हिस्सेदारी है। उनकी हिस्सेदारी की वैल्यू 4,900 करोड़ रुपए है। आज की तिथि तक इसमें 15 प्रतिशत का निगेटिव रिटर्न मिला है, जबकि 1 साल में 25 प्रतिशत का रिटर्न मिला है।

एस्कॉर्ट्स में राकेश झुनझुनवाला की 7.42 प्रतिशत हिस्सेदारी है। उनकी हिस्सेदारी की वैल्यू 955 करोड़ रुपए है। आज की तिथि तक इसमें 65 प्रतिशत का रिटर्न मिला है, जबकि 1 साल में 82 प्रतिशत का रिटर्न मिला है।

क्रिसिल में राकेश झुनझुनवाला की 5.49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। उनकी हिस्सेदारी की वैल्यू 670 करोड़ रुपए है। आज की तिथि तक इसमें 11 प्रतिशत का निगेटिव रिटर्न मिला है, जबकि 1 साल में 18 प्रतिशत का रिटर्न मिला है।

ल्यूपिन में राकेश झुनझुनवाला की 1.51 प्रतिशत हिस्सेदारी है। उनकी हिस्सेदारी की वैल्यू 615 करोड़ रुपए है। आज की तिथि तक इसमें 18 प्रतिशत का रिटर्न मिला है, जबकि 1 साल में 20 प्रतिशत का रिटर्न मिला है।

जुबिलेंट लाइफ साइंसेज में राकेश झुनझुनवाला की 4.41 प्रतिशत हिस्सेदारी है। उनकी हिस्सेदारी की वैल्यू 475 करोड़ रुपए है। आज की तिथि तक इसमें 25 प्रतिशत का रिटर्न मिला है, जबकि 1 साल में 36 प्रतिशत का रिटर्न मिला है।

राकेश का कहना है कि आप अपनी गलतियों से ही सबकुछ सीख सकते हैं। उनका कहना है कि “मुझे भी मेरी गलतियों की वजह से ही बहुत कुछ सीखने को मिला है। जीवन में हमेशा गलतियों से सीखें। एक निवेशक को हमेशा गिरगिट की तरह होना चाहिए। उसे अपने आप पर विश्वास होना चाहिए और सही समय पर सही निवेश करके उस निवेश को जकड़े रहना चाहिए।”

-महेश दत्त शर्मा.

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भारत के वॉरेन बफे राकेश झुनझुनवाला
लेखक : महेश दत्त शर्मा
पृष्ठ : 152
प्रकाशक : प्रभात प्रकाशन
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