Best Books : किताबों के अलग-अलग रंग

best hindi books

समय पत्रिका लाया है आपके लिए कुछ ख़ास किताबें जिन्हें आप इन दिनों पढ़ सकते हैं। हमने अंतर्राष्ट्रीय बेस्टसेलर 'बफ़ेटोलॉजी', 'तनाव मुक्त जीवन कैसे जिएं', 'अज़ीम प्रेमजी', 'इंडियाज़ मोस्ट फियरलेस', 'कारगिल में विजयंत', 'पिशाच', 'शौर्य गाथा' और ​'डियर अजनबी' किताबों की चर्चा की है।

बफ़ेटोलॉजी

बफ़ेटोलॉजी

शून्य से शुरू करते हुए वॉरेन ब़फेट ने समझदारी और सावधानी से शेयर चुनकर भारी दौलत कमाई, जिसके लिए वे आज मशहूर हैं। मैरी ब़फेट इस महान निवेशक माने जाने वाले जीनियस की पूर्व पुत्रवधू और सफल व्यवसायी हैं। उन्होंने ब़फेट के नामी अनुयायी डेविड क्लार्क के साथ मिलकर यह पुस्तक लिखी है, जो अपने क़िस्म की अनूठी मार्गदर्शिका है, और इसमें इस कुशल निवेशक की विजेता बनाने वाली रणनीतियों को उजागर किया गया है। 

इस पुस्तक के लेखकों के व्यावहारिक ज्ञान के आधार पर जानिए कि ब़फेट संसार के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक कैसे बने। सदा लाभदायक रहने वाले शेयर चुनने में ब़फेट के निवेश के आज़माये हुए तरी़के का इस्तेमाल करने की भी जानकारी भी यह पुस्तक देती है। साथ ही उन सरल गणितीय समीकरणों में माहिर बनने की सलाह भी देती है जिनकी मदद से ब़फेट निवेश करते हैं। उन कंपनियों के बारे में भी जानें जिनमें ब़फेट रुचि लेते हैं और सीखें कि भविष्य में अपने निवेश चुनते समय आप इस जानकारी का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं। 54 ‘ब़फेट कंपनियों’ की जानकारी के साथ (ऐसी कंपनियाँ जिनमें ब़फेट ने निवेश किया है और फ़ायदा कमाया है) यह पुस्तक लाभदायक पोर्टफ़ोलियो बनाने की राह दिखा सकती है, चाहे वह निवेश के संसार में नया हो या माहिर निवेशक हो।

लेखक : मैरी बफ़ेट, डेविड क्लार्क
प्रकाशक : मंजुल पब्लिशिंग हाउस
किताब का लिंक : https://amzn.to/2XAKWjO

तनाव मुक्त जीवन कैसे जिएं
तनाव मुक्त जीवन कैसे जिएं

तनाव मुक्ति के उपाय बताने वाली यह पुस्तक ओशो के प्रवचनों पर आधारित है, जिसका मुख्य बिन्दु है 'ध्यान'। ओशो कहते हैं, आप कितने ही प्रश्न उठाओ, सब प्रश्नों का एक ही उत्तर है 'ध्यान'। ध्यान विधि द्वारा ही तनाव से मुक्ति प्राप्त की जा सकती है।

लेखक : स्वामी आनन्द सत्यार्थी
प्रकाशक : डायमंड बुक्स
किताब का लिंक : https://amzn.to/2XLAHta

अज़ीम प्रेमजी : एक विराट व्यक्तित्व

अज़ीम प्रेमजी : एक विराट व्यक्तित्व

अज़ीम हाशिम प्रेमजी पांच दशकों से भारतीय उद्योग जगत का एक अग्रणी नाम बने हुए हैं। पिता के असामयिक निधन के बाद उन्होंने इक्कीस साल की छोटी उम्र में वनस्पति तेल के अपने पारिवारिक व्यवसाय को न केवल संभाला, बल्कि आगे चलकर उन्होंने मल्टी-बिलियन डॉलर के समूह के साथ भारत की सफलतम सॉफ़्टवेयर कंपनियों में से एक का निर्माण भी किया। वर्ष 2019 तक, 7.2 बिलियन डॉलर की नेट-वर्थ के साथ वे भारत के दसवें सबसे अमीर व्यक्ति थे। हालांकि उनके जीवन का एक पहलू जो उनकी तमाम व्यावसायिक उपलब्धियों पर हावी है, वह है उनकी परोपकारिता। शिक्षा पर केन्द्रित, 21 बिलियन डॉलर वाले गैर-लाभकारी अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता उन्हें दुनिया के शीर्ष परोपकारी लोगों में से एक बनाती है।

यह पुस्तक इस अनूठे व्यक्ति की पहली प्रामाणिक जीवनी है और यह बताती है कि प्रेमजी दिल से एक परोपकारी इंसान हैं, और अपने चुनाव के आधार पर एक व्यवसायी हैं। वे एक ऐसे व्यक्ति हैं जो अपनी धन-दौलत लुटाना तो चाहता था, लेकिन उसे जल्द ही इस बात का एहसास हो गया कि ऐसा करने के लिए पहले उसे कमाना होगा।

यह पुस्तक प्रेमजी के पेशेवर और परोपकारी कार्यों की चर्चा करते हुए उनकी कमियों और खूबियों के संदर्भ में उनके जीवन की कई परतों को खोलती है। इस पुस्तक में प्रेमजी के व्यापारिक और परोपकारी पक्ष की व्याख्या उन साक्षात्कारों के आधार पर की गई है, जो विप्रो के सैकड़ों वर्तमान और अतीत के ऐसे प्रबंधकों के साथ लिए गए हैं जिन्होंने वर्षों तक उनके साथ मिलकर काम किया है। साथ ही साथ उनके प्रतिद्वंद्वियों, विश्लेषकों, पारिवारिक मित्रों और व्यावसायिक सहयोगियों से भी बातचीत की गई है।

लेखक : संदीप खन्ना, वरुण सूद
प्रकाशक : मंजुल पब्लिशिंग हाउस
किताब का लिंक : https://amzn.to/3y3S84z

इंडियाज़ मोस्ट फियरलेस

​इंडियाज़ मोस्ट फियरलेस-2

यह पुस्तक भारतीय सेना के जांबाजों की हैरान करने वाली कहानियों से सजी हुई है। हमारे वीर सैनिकों ने जिस तमाम सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया है, और हर बार नई इबारत रची है। चौदह सच्ची साहसी और बलिदान कथाओं का यह संकलन पिछले किताब के बाद की कहानियां हैं, जिन्हें पढ़कर रोमांचित हुआ बिना नहीं रहा जा सकता। यह किताब राष्ट्र प्रेम का जज़्बा हर भारतीय में जगाती है तथा उसका सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है।

लेखक : शिव अरुर, राहुल सिंह
प्रकाशक : पेंगुइन बुक्स
किताब का लिंक : https://amzn.to/3j3brXj

कारगिल में विजयंत

कारगिल में विजयंत : एक योद्धा की जीवनी

कैप्टन विजयंत थापर कारगिल युद्ध में शहीद हुए थे। उनकी उम्र उस समय महज 20 वर्ष थी। यह किताब एक शहीद को उनके पिता कर्नल बीएन थापर और बेटी नेहा द्विवेदी ने याद करते हुए लिखी है जिसमें उनके जीवन के मामूली हिस्सों से लेकर ख़ास मौकों तक को ईमानदारी के साथ शामिल किया गया है। यह किताब केवल एक सैनिक की जीवनी नहीं, बल्कि उसके जुझारुपन, उत्साह और व्यक्तित्व का सहेजने योग्य दस्तावेज है।

लेखक : कर्नल बीएन थापर, नेहा द्विवेदी
प्रकाशक : पेंगुइन बुक्स
किताब का लिंक : https://amzn.to/2UyXreA

पिशाच

पिशाच

संजीव पालीवाल ने अपने पहले थ्रिलर उपन्यास 'नैना' को लिखकर सबको चौंकाया था। वह एक मशहूर टीवी एंकर की मर्डर मिस्ट्री थी जिसे खूब पसंद किया गया था। अमेज़न की सबसे अधिक पसंद की गयी किताबों में यह शामिल है। लेखक अब एक नया उपन्यास लेकर हाजिर हुए हैं। नाम है -'पिशाच'। यह सुनते ही रोंगटे खड़े हो सकते हैं कि आखिर कहानी कितनी खतरनाक होगी। कुछ ऐसे रहस्य हैं, जिन्हें पढ़कर चौंका जा सकता है उनका खुलासा होते देखना किसी ​रोमांचक अनुभव से कम नहीं। इस बार संजीव पालीवाल ने सस्पेंस-थ्रिल का तड़का कुछ अलग अंदाज़ में लगाया है।

लेखक : संजीव पालीवाल
प्रकाशक : एका वैस्टलैंड
किताब का लिंक : https://amzn.to/3j3zNjK

शौर्य गाथा : भारत के वीर सेनानी

शौर्य गाथा : भारत के वीर सेनानी

सन् 1947 में आज़ादी के बाद कश्मीर में लड़ी गई ‘पहली लड़ाई’ में मेजर सोमनाथ शर्मा (परमवीर चक्र), कर्नल रंजीत राय (महावीर चक्र), ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान (महावीर चक्र); सन 1962 में रेजांग ला में चीन के साथ हुए युद्ध में मेजर शैतान सिंह (परमवीर चक्र) तथा 1965 के ‘ऑपरेशन ग्रैंड स्लैम’ में हवलदार अब्दुल हमीद (परमवीर चक्र) ने देश के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी।

सन 1971 में बांग्लादेश में लड़े गए ‘हिली युद्ध’ में कर्नल शमशेर सिंह (महावीर चक्र) और ‘बसंतर युद्ध’ में लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल (परमवीर चक्र); सन 1987 में ‘सियाचिन पर कब्ज़े की लड़ाई’ में हवलदार बाना सिंह (परमवीर चक्र), ‘शांति सेना’ के मेजर गणपति (महावीर चक्र); 1999 में लड़े गए ‘करगिल युद्ध’ में कैप्टन विक्रम बत्रा (परमवीर चक्र) ने भी युद्ध के मैदान में अपने अदम्य साहस का परिचय दिया। भारत द्वारा लड़े गए युद्धों के ऐसे कई वीर जवानों की गाथाओं को इस किताब में काफी शोध और अलग-अलग सूत्रों से सूचनाएं एकत्र कर वर्णित किया गया है।

यह किताब उन वीर सपूतों के प्रति श्रद्धांजलि स्वरूप है जिन्होंने अपनी जान न्योछावर कर भारतीय सेना के इतिहास में अपनी जगह बनाई और उसे गौरवान्वित किया। इसके अध्यायों में तमाम बारीक ब्योरे और युद्धों की विवेचना भी है।

लेखक : ले. कर्नल शिवदान सिंह, महरुफ़ रज़ा
प्रकाशक : एका वैस्टलैंड
किताब का लिंक : https://amzn.to/3keNjjY

डियर अजनबी, मैं तुम्हारे साथ हूं

डियर अजनबी, मैं तुम्हारे साथ हूं

आशीष बागरेचा ने अपनी कविताओं के जरिए ​तनाव और खुद से जूझते लोगों को नई राह दिखलाई है। उनके शब्द उम्मीद जगाते हैं तथा सकारात्मक संदेश देते हैं। वे कहते हैं -'मैं तुम्हारे लिए ये तीस ख़त और कविताएं लिख रहा हूं, तुम्हें ये बताने के लिए कि तुम अकेले नहीं हो, और ये कि तुम्हें समझने वाला कोई है।'

लेखक : आशीष बागरेचा
प्रकाशक : एका वैस्टलैंड
किताब का लिंक : https://amzn.to/3Df8OKr