लॉकडाउन लव स्टोरीज़ : जब प्यार किसी से होता है

लॉकडाउन लव स्टोरीज़

वह अहसास सचमुच अलग होता है। ऐसा अहसास जिससे दुनिया बदली-बदली सी लगती है और हर पल खुशियों भरा...

प्यार की भाषा ऐसी भाषा होती है जो बिना कहे बहुत कुछ कह जाती है। प्यार बहता है, और उसका असर इनसानों पर पड़ता है। यह ऐसा अहसास है जो खूबसूरत है। यह ऐसा अहसास है जो जीने के मायने बदल देता है। हम खुद को दुनिया से दूर ऐसी जगह पाते हैं जहां हम और हमारा हमसफर है। प्यार की खूबी यह है कि यह रिश्तों को गूंथ कर रखता है। दो दिलों को जोड़कर रखता है और संसार को खुशियों से भरने के प्रयास में जुटा रहता है। जिन्हें प्यार की ताकत मालूम है, उन्होंने दुनिया को नए नजरिए से देखा है।

जब पिछले साल लॉकडाउन लगाया गया तब लोगों ने खुद को बहुत बंधन में पाया। वह प्यार ही था जो उस समय उन्हें संभाल पाया। वह रिश्तों की गरमाहट ही थी जो परिवारों को जोड़ पायी। वह प्रेम ही था जिसकी वजह से लोग आगे आए और लाखों जरुरतमंदों की सेवा की। प्रेम ने वह संभव किया जो असंभव-सा लगता था।

प्रभात प्रकाशन ने डॉ. रश्मि की नई पुस्तक 'लॉकडाउन लव स्टोरीज़' प्रकाशित की है। इस पुस्तक में कुल बारह कहानियाँ हैं जिनमें प्रेम ही प्रेम भरा हुआ है। हर कहानी का अपना मिजाज है। हर कहानी का अपना असर पड़ता है। हर कहानी अलग अहसास कराती है। हर कहानी दिल को छू जाती है।

जब प्यार किसी से होता है

लेखिका के शब्दों में : 'इन सभी कहानियों में प्रेम के अलग-अलग रंग हैं। युवाओं का प्रेम, दो अजनबियों का प्रेम, परिवारजनों का प्रेम, दो बुजुर्गों का आत्मीय प्रेम, आदि सभी तरह की कहानियाँ आपको इस किताब में पढ़ने के लिए मिलेंगी। दरअसल प्रेम कभी भी रंग, रुप, जाति, धर्म, समाज, उम्र, रस्मो-रिवाज नहीं देखता।'

जब प्यार किसी से होता है तो वह ख़ास अहसास हमें बदलने पर मजबूर कर देता है। वह जुड़ाव जो परायों को अपना और अपनों को और करीब ला देता है।

पहली कहानी 'लॉकडाउन में मिली देसी गर्ल' दो अजनबियों के बीच पनपे प्रेम को दिलचस्प अंदाज में बयान करती है। शोभित और रंजना का यह प्यार समय के साथ परवान चढ़ा। दोनों ने एक-दूसरे को समझा और पाया कि प्यार ने उनकी जिंदगी बदल दी है। उसी तरह 'बेरहम कोविड और तुम्हारे प्यार का सुकून' में डॉक्टर और मरीज का प्रेम दिखाया गया है। अभिनव और रागिनी के दिल मिल जाते हैं और एक नयी कहानी की शुरुआत होती है।

'लॉकडाउन और तुम्हारी बांसुरी बनी मैं','कोरोनाकाल में मिले अठारह-बीस बरस के बुड्ढे-बुढ़िया', 'लॉकडाउन में मिले हम-तुम','लॉकडाउन! तू जो न कराए सो कम...' आदि कहानियाँ संग्रह में शामिल हैं। यह कहानियाँ ऐसी हैं जिन्हें आप लंबे समय तक नहीं भूल सकते हैं।

लॉकडाउन लव स्टोरीज़
लेखक : डॉ. रश्मि
प्रकाशक : प्रभात प्रकाशन
पृष्ठ : 160
किताब लिंक : https://amzn.to/34Ev6Ff