'शू डोग' में हम उस इंसान को करीब से जानने की कोशिश करते हैं जो असफलताओं से सीखकर आगे बढ़ता गया.
'शू डोग’ नाइकी के संस्थापक फिल नाइट के सफलता हासिल करने के दौरान आने वाली चुनौतियों से पार पाने की एक प्रेरणादायक कहानी है। यह किताब ख़ास इसलिए भी है क्योंकि इसमें एक व्यक्ति के उस दौर को दिखाया गया है जब वह एक कंपनी को खड़ा करने की कोशिश में जी-जान से जुटता है, प्रतिस्पर्धा के जमाने में कठिन मुकाबला करता है और ऐसी कंपनी खड़ी करता है जो लोकप्रियता हासिल करती है।
फिल नाइट के पास बिजनेस के नए-नए विचार हैं। उनकी दुनिया बदलने की सोच की कद्र की जाती है। वे अपनी योजना को कारगर तरीके से लागू करते हैं।
फिल ने प्रारंभ से ही एक जुझारुपन को लेकर काम किया है। यह हर उस शख्स के लिए बेहद अहम हो जाता है जो सफलता को सस्ता नहीं मानता। उनके लिए सफलता के मायने हैं, जिसे वे शिद्दत से मानते हैं। यह किताब उनके जीवन के उन पलों को भी कैद करती है जिसमें वे भावनात्मक रुप से भी खुद को अकेला पाते हैं। वे दुनिया को घूमकर उसे जानने की कोशिश करते हैं। अलग-अलग लोगों से, उनकी संस्कृतियों को समझते हैं। फिर कुछ ऐसा करते हैं जिससे दुनिया हैरान हो जाती है। पढ़ाई करने के बाद वे अपने पिता से केवल 50 डॉलर उधार लेते हैं और कंपनी शुरु कर देते हैं। एक साल में ही उनकी कंपनी जूते बेचकर 8000 डॉलर कमा लेती है। आज उनकी कंपनी नाइकी की वार्षिक बिक्री 30 बिलियन डॉलर से ज्यादा है।
किताब में हम उस इंसान को करीब से जानने की कोशिश करते हैं जो असफलताओं से सीखकर आगे बढ़ता गया। फिल नाइट यदि उन मौकों पर स्वयं को डिगा देते है जब ऐसी घटनायें घटीं जिन्होंने उन्हें व्यथित किया, उन्हें निराशा के भंवर में डाला, उन्हें पीछे हटने को विवश किया, तो नाइकी कब की बंद हो गयी होती। मगर फिल गिरकर सीखते रहे। यही वजह रही कि वे हर बार मजबूती के साथ सामने आए।
͞“यह एक अप्रिय, जोखिमपूर्ण और अस्तव्यस्त यात्रा है जो गलतियों, अंतहीन संघर्षों और त्याग से भरी है। फिर भी नाइट उस तरह से स्वयं को प्रस्तुत करते हैं जैसा कि कुछ सीईओ करने की इच्छा रखते हैं। वह खुद और अपनी असफलताओं के प्रति कठोर हैं। वे अपनी कंपनी को संयोगवश मिली कामयाबी के प्रति हैरतअंगेज़ रुप से ईमानदार हैं। यह एक आश्चर्यजनक कहानी है। यह वास्तविक है।” ~बिल गेट्स.
“स्पष्टवादी, मजेदार, रहस्यपूर्ण और साहित्यिक यह कहानी उन लोगों के लिए वृत्तांत है जो स्पोट्र्स से प्यार करते हैं, लेकिन सर्वोपरि यह वैसे लोगों के लिए है जो वृत्तांतों से प्यार करते हैं।” ~आंद्रे अगासी.
यह किताब उन लोगों के लिए भी महत्व रखती है जो अपना बिजनेस शुरु करना चाहते हैं। इस किताब से उन्हें जोखिमों और व्यापार करने के तरीकों का पता चल सकता है। चूंकि फिल नाइट ने तफसील से कई चीज़ों पर खुलकर चर्चा की जो एक अच्छे बिजनेस के लिए मायने रखती हैं। किस तरह अलग-अलग विचारों के लोगों को कंपनी से जोड़ा जाए, यह भी यह किताब बताती है। हर कंपनी में ऐसे लोगों के विकास की आवश्यकता है जिनकी वजह से कंपनी नए शिखर छूती है। ऐसे लोगों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्हें साथ लेकर चलना सफलता को बढ़ावा देना है। किताब में ऐसी घटनाएं हैं जिन्हें जानकर हम भविष्य की योजनाओं पर काम करना सीख सकते हैं। हालांकि उन्होंने किताब के जरिए कोई खास संदेश देने की कोशिश नहीं की लेकिन अपनी आप-बीती कहानियों और किस्सों के जरिए समझाया जरुर है।
फिल नाइट ने अपनी कहानी को ईमानदारी से बताया है जिसे पढ़ना दिलचस्प होगा।