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ज़िन्दगी खूबसूरत है, हर पल कीमती है, और निराशा का जीवन में कोई स्थान नहीं है. |
आत्मघाती हमला ब्रुसेल्स एयरपोर्ट पर हुआ था जिसमें 30 से अधिक लोगों की जान गई तथा तीन सौ के करीब घायल हुए थे।
जेट एयरवेज़ की उस समय केबिन क्रू मैनेजर रहीं निधि चाफेकर ने हमले के बाद अपनी ज़िन्दगी को कैसे पाया, उन्हें किस दौर से गुजरना पड़ा और क्या-क्या संघर्ष रहा, इसे उनकी हालिया प्रकाशित पुस्तक 'Unbroken : The Brussels Terror Attack Survivor' में समझा जा सकता है। पुस्तक का प्रकाशन मंजुल पब्लिशिंग हाउस के इम्प्रिंट 'Amaryllis' ने किया है।

निधि का शरीर जगह-जगह से जल चुका था। चेहरा झुलस गया था। भारी सदमे और कई सर्जरी के बाद उनकी ज़िन्दगी सामान्य हुई। हालांकि ऐसे जीवन को सामान्य होना नहीं कहा जा सकता, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। वह आज दूसरों के लिए मिसाल हैं।

यह पुस्तक हमें हर मौके पर सकारात्मक रहने की प्रेरणा देती है। ज़िन्दगी खूबसूरत है, हर पल कीमती है, और निराशा का जीवन में कोई स्थान नहीं है।
एक जगह निधि लिखती हैं -'मैं अब एक नये सफ़र पर हूँ। मैं अपने जीवन के नए उद्देश्य के साथ हूँ। मैंने हमेशा सोचा है और अब दृढ़ता से विश्वास करती हूँ कि आपके साथ जो होता है वह आपका भाग्य है, लेकिन आप इससे कैसे निपटते हैं वह आपका भविष्य है।'
यह पुस्तक हिम्मत और विश्वास की सच्ची कहानी है जिसे जरुर पढ़ा जाना चाहिए।

Unbroken : The Brussels Terror Attack Survivor
लेखिका : निधि चाफेकर
प्रकाशक : मंजुल प्रकाशन (Amaryllis)
पृष्ठ : 354
Book Link -
Paperback : https://amzn.to/3cXrelv
Kindle : https://amzn.to/2UnS2UO
लेखिका : निधि चाफेकर
प्रकाशक : मंजुल प्रकाशन (Amaryllis)
पृष्ठ : 354
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