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संजय कुमार की पुस्तक 'कटिहार टू कैनेडी' हमें सिखाती है कि ज़िन्दगी अपार है हमारी सोच की तरह. |
संजय कुमार की पुस्तक 'कटिहार टू कैनेडी' हमें सिखाती है कि ज़िन्दगी अपार है हमारी सोच की तरह। हौंसला पंख पैदा करता है उड़ान के लिए। बिहार के छोटे इलाके से जिस तरह की उन्होंने यात्रा की वह दूसरों को सदा प्रेरित करती रहेगी। आप जितनी बार भी यह किताब पढ़ेंगे, आप खुद से कई सवाल पूछने को बाध्य होंगे। आप यह भी महसूस करेंगे कि एक यात्रा किस तरह संघर्षों के अनगिनत पड़ावों के बाद सुखद अहसास कराती है।

हर जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं होता फिर डर किस बात का है। यह पुस्तक इसी सिलसिले को आगे बढ़ाती है। लेखक संजय कुमार अपने बचपन से कहानी को शुरू करते हैं। उनके सफर को देखकर आप हैरान हो सकते हैं। जिस तरह लेखक ने बेबाकी से गांव से लेकर उसके बाहर की दुनिया तक का वर्णन किया है वह रोचक है। कैंब्रिज के हार्वर्ड कैनेडी स्कूल में दाखिला लेना बहुत बड़ी उपलब्धि थी।
संजय कुमार की यह पुस्तक युवा पीढ़ी को जरूर पढ़नी चाहिए।