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कारनेगी ने महान जीवन जीने के लिए अपने सर्वोच्च मूल्यों के मुताबिक जीने की सलाह दी है. |
यह पुस्तक हमें जीवन को महान बनाने के कारगर तरीके बतायेगी। जीवन को समृद्ध करने के सिद्धांतों पर रोशनी डालेगी कि परिवार, नौकरी, सामाजिक गतिविधियों के बीच संतुलन किस तरह बनाएं, तनाव व चिंता को कम कैसे करें, स्वस्थ जीवनशैली को किस तरह विकसित किया जाए, प्रभावशाली व्यक्तित्व किस तरह बनाएं, अपनी भावनाओं को नियंत्रित कैसे करें।
पुस्तक के पहले अध्याय 'महान जीवन व्यक्तिगत स्वप्न से शुरु होता है' में डेल कारनेगी ने कहा है कि स्वप्न हमारे कार्यों को अर्थपूर्ण बनाते हैं। यह हमारी शक्तियों, मूल्यों, विश्वासों को मजबूती प्रदान करता है। उन्होंने स्वप्न और मिशन को वास्तविकता में परिवर्तित करने के लिए चार मुख्य सिढ़ियां बतायी हैं, जिन्हें पाठक पुस्तक में पढ़ेंगे।
लक्ष्य को निर्धारित करने से पहले खूब सोच-विचार की जरुरत है। स्व-सुधार के निश्चित लक्ष्य तय करने पर विशेष जोर दिया जाना आवश्यक है। इसकी वजह यह है कि ऐसा करने से हम अपने लक्ष्य ज्यादा तेजी और कम प्रयास से प्राप्त कर सकते हैं।

यदि आप वह व्यक्ति बनने की प्रक्रिया में नहीं हैं, जो आप बनना चाहते हैं, तो आप स्वत: ही वह व्यक्ति बन रहे हैं, जो आप नहीं बनना चाहते।
कारनेगी ने महान जीवन जीने के लिए अपने सर्वोच्च मूल्यों के मुताबिक जीने की सलाह दी है। वे हमें नैतिकता का स्व-आकलन करने को कहते हैं। वे कहते हैं कि हमारी नैतिक संहिता जीवन के लिए जमीनी नियम तय कर देती है, जो बेहद जरुरी है। उस विक्ल्प को चुनने की उन्होंने सलाह दी है जो हमारे लिए सबसे ज़्यादा हितकारी होगा। उसी तरह कठोर निर्णय लेने के लिए उन विकल्पों को खत्म कर दें जिनका नैतिक मूल्य ही नहीं है। उसके बाद बचे हुए सबसे नैतिक विकल्प को चुनें। ऐसा करने से निर्णय लेना आसान होगा और हम बेहतर करने की अपनी क्षमता को विकसित कर सकते हैं।
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डेल कारनेगी कहते हैं कि हम अपने मन को शांत, साहस, स्वास्थ्य और आशा के विचारों से भरें, क्योंकि हमारा जीवन वैसा ही होता है, जैसा हमारे विचार इसे बनाते हैं। कहा भी गया है कि उन्नत जीवन की शुरुआत स्वस्थ शरीर से होती है। कारनेगी ने ब्रेक लेने को सबसे अधिक उत्पादक बताया है।

बुरी आदतें डालने में भी उतना ही समय लगता है, जितना कि अच्छी आदतें डालने में। अच्छी और बुरी दोनों तरह की आदतों की क़ीमत चुकानी पड़ती है।
पुस्तक हमें आपसी संवाद की बेहतरीन योगताएं विकसित करने के तरीके बताए गये हैं। साथ ही अपने करिश्माई सूचकांक को बढ़ाने के लिए 15 सुझाव भी दिए गये हैं। उत्पादकता के सूत्रों का विस्तार से वर्णन किया गया है। यहां हैमिल्टन राइट मेबी के हवाले से एक कथन कहा गया है,'विरोध से नहीं डरें। याद रखें, पतंग हवा के साथ नहीं, बल्कि हवा के ख़िलाफ़ उठती है।' कारनेगी ने इसके माध्यम से यह बताने की कोशिश की है कि संघर्ष जीवन का अहम हिस्सा है। यह हमें भविष्य के लिए मजबूती प्रदान करता है और आगे बढ़ने को प्रेरित करता है। उनके अनुसार हर संघर्ष का बेहतरीन समाधान हो सकता है।

अगर हम खुद में विश्वास करते हैं, तो इसका पुरस्कार यह भी होता है कि दूसरे भी हममें विश्वास करने लगेंगे। इस तरह हम आत्म-शंका से उबर जायेंगे और स्थिरता से आगे बढ़ेंगे।
महान जीवन के लिए एकाग्रता और व्यवस्थित होना बेहद जरुरी है। कारनेगी कहते हैं कि ऐसा करने से हम नये विचारों के साथ कार्य कर सकते हैं। यह हमें प्रेरित करता है।
