एमबीए किए बिना सीखें बिज़नेस के हुनर

एमबीए किया बिना सीखें बिज़नेस
जॉश कॉफ़मैन ने बिज़नेस स्कूलों के विकल्प के रूप में पर्सनल एमबीए बनाया है.
'हर व्यक्ति के मन में ये निराधार डर होते हैं और इन्हें तेज़ी से बाहर निकाला जा सकता है। इसके लिए आपको सिर्फ कुछ सरल अवधारणायें सीखनी होती हैं, जो आपका दृष्टिकोण बदल देंगी और आपको सिखा देंगी कि व्यवसाय सचमुच कैसे काम करता है। एक बार जब आप अपने डरों को जीत लेते हैं, तो आप संसार में कुछ भी हासिल कर सकते हैं।' स्वतंत्र व्यावसायिक सलाहकार जॉश कॉफ़मैन का यह कथन बहुत कुछ बता देता है। उनकी पुस्तक 'एमबीए किए बिना सीखें बिज़नेस के हुनर' में व्यवसाय करने के बारे में जिस तरीके से बताया गया है, वह बेहद कारगर है और किताब दावा करती है कि इसे पढ़कर बिना किसी व्यावसायिक शिक्षा के,  बिज़नेस में बेहतर परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं। यह पुस्तक 'द पर्सनल एमबीए' का हिन्दी अनुवाद है। पुस्तक का प्रकाशन मंजुल पब्लिशिंग हाउस ने किया है। अनुवाद डॉ. सुधीर दीक्षित द्वारा किया गया है।

लेखक जॉश कॉफ़मैन एक जरुरी बात कहते हैं कि हमें हर चीज़ को जानने की आवश्यकता नहीं है। यदि हम केवल कुछ अति महत्वपूर्ण अवधारणाओं को समझ लेते हैं तो वह बेहतर है। जब कार्य करने लिए बुनियादी सिद्धांतों का ढांचा तैयार हो जाता है, तो ज्ञान को बढ़ाना और प्रगति करना ज्यादा सरल होता है।

जॉश कॉफ़मैन ने बिज़नेस स्कूलों के विकल्प के रूप में पर्सनल एमबीए बनाया है। उनकी वेबसाइट ने लाखों पाठकों को सर्वश्रेष्ठ व्यावसायिक अवधारणाओं की जानकारी दी है। अब कॉफ़मैन सारी अनिवार्य तथा बुनियादी बातें इस पुस्तक में प्रस्तुत कर रहे हैं।

यह पुस्तक बुनियादी व्यावासयिक अवधारणाओं का ऐसा समूह है, जिसका इस्तेमाल करके आप बहुत कुछ कर सकते हैं। यह पुस्तक पढ़ने से आपको व्यवसाय-संबंधी ज्ञान की दृढ़ नींव मिल जाएगी, जिसका इस्तेमाल करके आप सफल हो सकते हैं। जब आप बुनियादी बातों में माहिर हो जाते हैं, तो इसके बाद आप सबसे चुनौतीपूर्ण लक्ष्य भी आश्चर्यजनक आसानी से हासिल कर सकते हैं।

जॉश कॉफ़मैन कहते हैं कि हम अपनी लागतों को जितने बेहतर ढंग से समझते हैं, इसकी उतनी ही अधिक संभावना है कि हम अपनी पूरी आमदनी खर्च किए बिना अधिक से अधिक संभव मूल्य उत्पन्न करने के तरीके खोज लेंगे। लाभों को संचित करने से समय के साथ भारी परिणाम मिलते हैं। चतुराई भरी बात यह है कि पुरस्कार का इंतज़ार करने का धैर्य रखें।

किसी भी कार्य को करने की प्रेरणा को लेखक ने बहुत जरुरी बताया है। बिना प्रेरित हुए आगे नहीं बढ़ा जा सकता। वे लिखते हैं कि प्रेरणा कोई तार्किक गतिविधि नहीं है बल्कि एक भावना है। हम दूसरों को या खुद को इतनी सरलता से प्रेरित भी नहीं कर सकते। इसके लिए कॉफ़मैन सुझाते हैं कि जो आंतरिक संघर्ष आपको संभावित जोखिमों से दूर करने के लिए मजबूर करते हैं, उन्हें ख़त्म कर दें। इसके बाद आपको मनचाही चीज़ की दिशा में बढ़ने की प्रेरणा अपने आप ही ​महसूस होने लगेगी।

जॉश कॉफ़मैन कहते हैं

लेखक कहते हैं कि सर्वश्रेष्ठ परिणाम तब मिलते हैं जब हमारे लक्ष्य हमारे नियंत्रण में रहते हैं। उनका मानना है कि लक्ष्यों की निगरानी आवश्यक है। यह भविष्य के लिए बेहतर परिणाम दे सकती है। इसलिए अपने लक्ष्यों की निगरानी करने के लिए किसी नोटबुक या आसान संदर्भ तंत्र का सहारा ले सकते हैं।

आदतों पर प्रकाश डालते हुए जॉश कहते हैं कि सर्वश्रेष्ठ परिणाम पाने के लिए एक समय में एक ही आदत डालने पर ध्यान केन्द्रित करें। इसके लिए वे इच्छाशक्ति का जिक्र करते हैं।

प्रबंधन पर इस किताब में कहा गया है कि यह एक अनूठी योग्यता है जिसमें अनुशासन, धैर्य, स्पष्ट संप्रेषण और मिलकर काम कर रहे हर व्यक्ति को अनावश्यक विघ्नों से बचाने की वचनबद्धता की आवश्यकता होती है। एक बेहतर टीम अच्छे परिणाम दे सकती है जो व्यवसाय करने के उद्देश्य से अच्छा तरीका है।

सबसे अच्छी बात यह है कि इस किताब को समझने और लेखक की बातों को व्यवहार में लाने के लिए हमें किसी अनुभव या व्यावसायिक ज्ञान की ज्यादा जरुरत नहीं है। लेखक ने यहाँ 248 सरल अवधारणाओं पर विस्तार से चर्चा की है। उनका दावा है कि उन अवधारणाओं की मदद से हम व्यवसाय को बिलकुल नये तरीका से सोचना शुरु कर सकते हैं। वे यह भी कहते हैं कि इस पुस्तक को पढ़ने से पाठकों को इस बात की ज्यादा वृहद और सटीक समझ मिलेगी कि व्यवसाय वास्तव में क्या होते हैं तथा सफल व्यवसाय सचमुच क्या करते हैं।

व्यवसाय करना सिखाने वाली इस किताब के पहले अध्यायों में व्यवसाय करने के तरीके और अपने परिणामों को बेहतर बनाने पर लेखक ने चर्चा की है। उसके बाद मनोविज्ञान की मुख्य अवधारणाओं पर लिखा गया है। बताया गया है कि किस तरह लोग अच्छी तरह से कार्य करने में दक्षता प्राप्त कर सकते हैं। प्रबंधन और नेतृत्व की बुनियादी बातों पर भी जॉश कॉफ़मैन ने विस्तार से चर्चा की है। यह पुस्तक पाठकों को प्रेरित करती है कि बेहतर तरीके से व्यवसाय करना उतना मुश्किल नहीं है। सिर्फ सही सोच और योजना से चीज़ों को एक जगह लाया जा सकता है।

''संसार के सबसे दौलतमंद आदमियों में से एक के पास भी सुधार करने के लिए चीज़ें हैं और टटोलने के लिए बहुत कुछ है। सतत उत्सकुता ही वह चीज़ है, जिसने उन्हें सफल बनाया है।''

एमबीए किए बिना सीखें बिज़नेस के हुनर
लेखक : जॉश कॉफ़मैन
अनुवाद : डॉ. सुधीर दीक्षित
प्रकाशक : मंजुल पब्लिशिंग हाउस
पृष्ठ : 404
इस पुस्तक को यहाँ क्लिक कर खरीदें >>