लीडरशिप के 52 सूत्र : किताब का हर सूत्र कीमती है

अपनी नेतृत्व क्षमता को विकसित करने के लिए माइक ग्रीन को पढ़ना शानदार और रोचक अनुभव होगा.
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माइक ग्रीन की यह पुस्तक बहुत ही प्रेरणादायक है। पहले अध्याय में ही उन्होंने लक्ष्य का पीछा कर उससे सीखने की प्रेरणा दी है। यह महत्वपूर्ण इसलिए हो जाता है क्योंकि जब आप पीछा करते हैं तो आपमें एक जज्बा उत्पन्न होता है और आप कुछ सीखने की ओर कदम बढ़ाते हैं। लेखक लिखता है कि लक्ष्य प्रदर्शन को प्रेरित करते हैं।

वे हर अध्याय में एक खूबसूरत उदाहरण देते हुए अपनी बात स्पष्ट करते हैं। लेखक जज्बे की बात करता है। वह कहता है हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहिए और कभी भी हार नहीं माननी चाहिए। साथ ही अपने नजरिए और भावनाओं को काबू में रखना चाहिए। इसी वजह से आप स्वयं को एकाग्र और संतुलित पाएंगे। लीडरशिप के लिए यह महत्वपूर्ण है।

‘लीडरशिप के 52 सूत्र’ माइक ग्रीन द्वारा लिखित पुस्तक है जिसका प्रकाशन मंजुल प्रकाशन ने किया है। यह ’60 Second Leadership’ का हिंदी अनुवाद है। पुस्तक के अनुवादक डॉ. सुधीर दीक्षित हैं जो बेहतरीन अनुवाद कला के लिए जाने जाते हैं। हर अध्याय 60 सेकंड में पढ़ा जा सकता है। भरपूर ज्ञान जिसे एक मिनट में प्राप्त किया जा सकता है जो बहुत अच्छी बात है और इस पुस्तक की विशेषता भी।

पुस्तक कहती है कि लीडर अपने व्यवहार से लोगों को बेहतर बनाते हैं। यदि आप एक महान टीम की अपेक्षा करते हैं तो आप ऐसा व्यवहार करें कि दूसरे आप से प्रभावित हुए बिना ना रह सकें।

लेखक ने अरस्तु के हवाले से कहा है कि स्वयं पर होने वाली छोटी विजयें हमें आगे की पंक्ति में खड़ा कर देती हैं क्योंकि वह विजेताओं में सबसे शक्तिशाली और आम आदतों में से एक आत्मानुशासन को बढ़ा देती हैं।

लोगों के गणित के बारे में लेखक माइक ग्रीन ने बहुत ही शानदार लिखा है। वे लिखते हैं,'जीवन में हम जोड़ने वालों, घटाने वालों, विभाजित करने वालों और बहूगुणित करने वालों के संपर्क में आएंगे। मैं इसे लोगों का गणित कहता हूं।'

लेखक कहता है कि शब्दों का स्वामी बनना चाहिए। हर शब्द कीमती है और उसका हमारे जीवन से सरोकार है। शिकार की तरह नहीं बल्कि विजेता की तरह बोलें।

माइक ग्रीन योजना बनाने के बारे में लिखते हैं कि पहले योजना बनाएं और फिर उसे अमल में लाएं। ऐसा करने से आप जिस कार्य को करने की कोशिश करने वाले हैं या कर रहे हैं वह बेहतर तरीके से होगा।

माइक ग्रीन लिखते हैं कि समझाने से पहले समझना जरूरी है। आप किसी चीज को स्वयं ही नहीं पूरी तरह जान पाएंगे तो दूसरों को वह कैसे आप समझा सकते हैं। इसलिए ज्ञान बहुत ही जरूरी है।

इस पुस्तक में सबसे महत्वपूर्ण अध्याय में लेखक ने लिखा है कि वक्ता नहीं श्रोता बनें। दूसरों को ध्यान से सुन कर बहुत कुछ सीख सकते हैं। हम बारीकी से आकलन भी कर सकते हैं। ऐसा करने से हम चीजों को गंभीरता से समझने लगेंगे। दूसरों के नजरअंदाज करने से पहले अपनी बात खत्म करें। यह इसलिए कि आप केवल वही बात करना चाहेंगे जो जरूरी हो।

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आप को विकास के बहुत सारे अवसर दिखने लगेंगे, जब आप हर दिन एक व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास सबक पढ़ेंगे। इससे ना सिर्फ आपकी नेतृत्व योग्यताएं विकसित और मजबूत होंगी बल्कि आप व्यक्तिगत रूप से भी प्रेरित होंगे और विकास करेंगे।     -मैरी कॉलर, द एच एंड एच ग्रुप.

"यह पुस्तक लीडर्स के लिए एक संक्षिप्त, ताजगी भरी और व्यावहारिक मार्गदर्शिका है। आसान शैली में गहरा नेतृत्व ज्ञान दिया गया है। यह महत्वपूर्ण नेतृत्व सिद्धांतों तथा आदतों की व्याख्या करती है, इसलिए इसे नेतृत्वकर्ताओं के पास होना ही चाहिए।"
"लीडरशिप के 52 सूत्र में आपको जानकारी के साथ प्रेरणा भी मिलेगी। माइक ग्रीन 25 वर्षों से अधिक समय से सेल्स पर्सन, सेल्स मैनेजर, व्यवसाय मालिक, व्यावसायिक कोच, वक्ता और लेखक के रूप में विख्यात हैं। यह सबक आपके और आपके परिचितों के बहुत काम आएंगे।"
"पुस्तक में लेखक का उच्च स्तर का नेतृत्व स्पष्ट नजर आता है। वे अपने जीवन और नेतृत्व यात्रा के बारे में विनम्रता और पारदर्शिता के साथ बताते हैं, जो बेहद प्रभावी लीडर के गुण हैं। उनकी शैली प्रेरित करती है, चुनौती देती है और प्रोत्साहित करती है।"
"यह पुस्तक नेतृत्व का नक्शा देने वाले विचारों की अनमोल कुंजी है और इसका आपके जीवन पर स्थाई प्रभाव पड़ेगा। लेखक ने अपने जीवन के अनुभव बताकर इसे व्यक्तिगत बनाया है और पाठकों के साथ शक्तिशाली बंधन जोड़ लिया है।"

किताब की कुछ खास बातें :
⬛ "जादूगर बनना नहीं, बल्कि जादू को फैलाना। यही नेतृत्व है!"
⬛ "दुख तुलना से होता है." इसलिए अपने दृष्टिकोण को बदलें और आपका जीवन भी बदल जाएगा। आप स्वयं को अंदरूनी तौर पर बहुत ही मजबूत पाएंगे। इससे आपका स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा।
⬛ "आप किसी की बात सचमुच सुनते समय उसी वक्त कोई दूसरी चीज नहीं कर सकते।"
⬛ "मजेदार बनें ,रोचक बनें। ऐसा बनें कि आपसे बात करना आसान हो।"
⬛ "काम करने के लिए सर्वश्रेष्ठ जगहें आमतौर पर वही होती हैं जहां काम करना सबसे ज्यादा मजेदार होता है।"
⬛ लोक व्यवहार की कलाओं को अपने जीवन में उतारें।

लेखक ने एक अध्याय में पीटर पैन के जीवन से सबक लेने के लिए कहा है। दो मुख्य सबक हैं :
1) सुखद विचार सोचें 2) अपने वादे निभाएं।

एक अच्छे लीडर को खुद को बेहतर बनाने के लिए हमेशा प्रयास करते रहना चाहिए। इससे आपके आसपास के लोग भी आपसे प्रभावित होंगे और उन्हें एक बेहतर लीडर मिल जाएगा। इस तरह इस बेहतरी का हर तरफ प्रसार होगा और नए लीडर भी जन्म लेंगे।

इस पुस्तक का हर अध्याय अनगिनत प्रेरणाओं से भरा है। इसलिए इसका एक एक पन्ना कीमती हो जाता है। अध्याय बहुत छोटे हैं लेकिन वह हमारी समझ को विकसित करते हैं। लीडरशिप के लिए यह एक जरूरी किताब है। अपनी नेतृत्व क्षमता को विकसित करने के लिए माइक ग्रीन को पढ़ना शानदार और रोचक अनुभव होगा।

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'लीडरशिप के 52 सूत्र
(60 Second Leadership)
लेखक : माइक ग्रीन
अनुवाद : डॉ. सुधीर दीक्षित
प्रकाशक : मंजुल प्रकाशन
पृष्ठ : 118
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